Circuit Breaker in Hindi (सर्किट ब्रेकर क्या है और कैसे काम करता है?)


ट्रांसमिशन लाइन्स, इंडस्ट्रीज और हमारे घर के अंदर जो हम उपकरण इस्तमाल करते है उनको और इन्सान की सुरक्षा बहोत ही महत्वपूर्ण है इसीलिए बहोत सारे सुरक्षा देने वाले प्रोटेक्टिंग यंत्र को इस्तमाल किया जाता है. पॉवर सिस्टम, इंडस्ट्रीज और घर अंदर सबसे जादा इस्तमाल किये जाने वाला यंत्र सर्किट ब्रेकर के बारे में पढ़ने वाले है.

What is Circuit Breaker?

(सर्किट ब्रेकर क्या है?)


यह एक इलेक्ट्रिकल उपकरणों को और इंसानों को सुरक्षा देने वाला इलेक्ट्रिकल यंत्र है, इसका इस्तमाल इलेक्ट्रिकल सर्किट में सर्किट को बंद या फिर चालू करने के लिए किया जाता है. फाल्ट होने पर यह यंत्र आटोमेटिक इलेक्ट्रिकल सर्किट को बंद कर देता है और अगर इलेक्ट्रिकल सप्लाई को किसी कारण से बंद करना होगा तो हम मैन्युअली भी सप्लाई को बंद कर सकते है.


What is the Need of Circuit Breaker?

(सर्किट ब्रेकर की जरुरत क्यूँ पड़ती है?)


पॉवर सिस्टम में बहोत सारे मे Measuring उपकरण जैसे अम्मीटर, वोल्टमीटर, वाटमीटर का इस्तमाल किया जाता है. इंडस्ट्रीज और हमारे घर के अंदर मोटर्स, फैन, बल्ब्स, टीवी का इस्तमाल किया जाता है. जब सिस्टम में फाल्ट के कारण वोल्टेज या फिर करंट बढ़ जाता है तब यह उपकरण ख़राब होने की संभावना बढ़ जाती है लेकिन जब सर्किट ब्रेकर का इस्तमाल किया जाता है सिस्टम के अंदर तो संभावना कम हो जाती है क्यूंकि यह सर्किट को कुछ ही सेकंद में बंद कर देता है. 

अगर इलेक्ट्रिकल सिस्टम के अंदर सर्किट ब्रेकर कनेक्ट नहीं किये होगे तब वह पूरा करंट उपकरणों से गुजरेगा और वह तुरंत ही ख़राब हो जायेगे.


Working Principle of Circuit Breaker

(सर्किट ब्रेकर का कार्य सिद्धांत)



सर्किट ब्रेकर के अंदर दो कॉन्टेक्ट्स होते है फिक्स्ड कांटेक्ट (Fixed Conatct) और मूविंग कांटेक्ट (Moving Contact). जब इलेक्ट्रिकल सिस्टम के अंदर किसी भी तरह का फाल्ट (Fault) नहीं होता है तब फिक्स्ड और मूविंग कांटेक्ट एक दुसरे से जुड़े हुए होते है लेकिन जब सिस्टम के अंदर फाल्ट हो जाता है तब जादा करंट  या फिर वोल्टेज के कारण सर्किट ब्रेकर की ट्रिप कोइल energised हो जाती है और इसके कारण मूविंग कांटेक्ट फिक्स्ड कांटेक्ट के दूर हो जाता है और इलेक्ट्रिकल सप्लाई को बंद हो जाता है.

लो वोल्टेज एलेल्क्ट्रिकल एनर्जी ट्रांसमिशन के अंदर इस्तमाल किये जाने वाले सर्किट ब्रेकर में कॉन्टेक्ट्स के बिच में आर्क तयार नहीं होती इसीलिए आर्क को कम करने के लिए वेकुम (Vaccum), लिक्विड (Liquid), यार फिर गैस (Gas) का इस्तमाल नहीं किया जाता. लेकिन हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन में इस्तमाल किये जाने वाले सर्किट ब्रेकर्स में कांटेक्ट को ओपन करते समय दोनों कॉन्टेक्ट्स के बिच में आर्क (Arc) तयार होती है इसीलिए आर्क को कम करने के लिए एयर (Air), वेकुम (Vaccum), लिक्विड Liquid), गैस (Gas) का इस्तमाल किया जाता है.


Types Of Circuit Breaker

(सर्किट ब्रेकर के टाइप्स)


सर्किट ब्रेकर का इस्तमाल हाई वोल्टेज या फिर लो वोल्टेज इलेक्ट्रिकल सिस्टम में किया जाता है इसीलिए इसके कुछ टाइप वोल्टेज और करंट रेटिंग पर आधारित है और कुछ टाइप आर्क को कम करने के लिए इस्तमाल किये जाने वाले गैस, वेकुम, लिक्विड पर आधारित है.

1) ACB (Air Circuit Breaker)
    (एयर सर्किट ब्रेकर)
 (i) PACB (Plain Air Circuit Breaker)
 (ii) ABCB (Air Blast Circuit Breaker)

2) OCB (Oil Circuit Breaker)
    (ओइल सर्किट ब्रेकर)
 (i) MOCB (Minimum Circuit Breaker)
 (ii) BOCB (Bulk Oil Circuit Breaker)

3) VCB (Vaccum Circuit Breaker)
     (वेक्कुम सर्किट ब्रेकर)

4) SF6 CB (Sulphur Hexafluoride Circuit Breaker)
     (सल्फर हेक्साफ्लोराइड सर्किट ब्रेकर)

5) MCB (Miniature Circuit Breaker)
    (मिनिएचर सर्किट ब्रेकर)

6) MCCB (Molded Case Circuit Breaker)
     (मोल्डेड केस सर्किट ब्रेकर)

7) ELCB (Earth Leakage Circuit Breaker)
    (एअर्थ लीकेज सर्किट ब्रेकर)

8) RCCB (Residual Current Circuit Breaker)
    (रेसीड्यूल करंट सर्किट ब्रेकर)


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इस पोस्ट में हमने सर्किट ब्रेकर क्या है? सर्किट ब्रेकर कैसे काम करता है? सर्किट ब्रेकर के टाइप्स और फुल फॉर्म के बारे में पढ़ा. अगर आपको ये पोस्ट अच्छी लगी तो कमेंट में जरुर लिखिए और कोई सुजाव होगा तो भी लिखिए ||धन्यवाद🙏||

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